Wednesday, November 7, 2007

सदा रहेगा कोटा

Had written it while waiting for the CAT-06 interview results........ :)

सदा रहेगा कोटा
बाते करता आया हू बडी बडी, ये गलत है और वो सही,
पक्ष मे देता आया हू अनगिनत तर्क, कोई कसर ना रही,
पर हकीकत मे मेरी क्या बिसात, आदमी हू मै छोटा,
मेरे कहने या आपके सुनने से आखिर क्या है होता,
कुछ भी कर लो, सदा रहेगा कोटा!

किये जाने कितने घोटाले, थक गये गिन गिन नोट,
कभी इस जाति से कभी उस जाति से गिडगिडाये मागे वोट,
पाप की कमाइ खाकर देखो हो गया कितना मोटा,
नेता अपना वैसा जैसे बिन पेदी का लोटा,
कुछ भी कर लो, सदा रहेगा कोटा!

गर जो आप पूछो, जिन्हे नही जरूरत, आरक्षण उन्हे क्यो मिले?
जवाब मे हर नेता एकमत है, सबने अपने होठ है सिले!
बंगला-गाडी, नौकर-चाकर, ईन सबसे क्या है होता?
मैने, मेरे बेटे ने पाया, और पायेगा मेरा पोता!
कुछ भी कर लो, सदा रहेगा कोटा!

मेर सपना ऐसा देश, अवसर मिले समान,
मेर सपना ऐसा देश, सबका हो सम्मान,
मेर सपना ऐसा देश, दिन-रात करू गुन-गान,
मेर सपना मेर सपना, भारत देश महान!

-आनंद गौतम

1 comment:

Alpha Mu Rho said...

Amazingly Good Stuff - your truly an all rounder